19 सित॰ 20211 मिनट पठनआदरणीय मोदी जी आपको जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई।अपडेट करने की तारीख: 20 जन॰ 2022कितना संयम, कितनी सादगी है। आपके जीवन में , सहनशीलता बेमिसाल देखी है, आपके जीवन में। योगी और कर्मठ हो, महत्व काम को देते हो, ना आराम ,ना विश्राम, कैसे यह सब कर लेते हो। कितने वर्ष स्वतंत्र हुए, पर कभी ना यह एहसास हुआ, धन्य धन्य हो मोदी जी, आपसे ही यह साहस हुआ। हरदम रहते हो व्यस्त बहुत, हम सबकी चिंता करते हो, कभी भी इक पल के लिए, अपने बारे में न सोचते हो, आपकी कर्मठता ने, भारत का नाम विश्व में करवाया। कितनों के पसीने छूट गये, कितनों को आईना दिखलाया। धन्य है, हम सब इस देश में, आप को प्रधानमंत्री बना कर, जितना सोचा था, उससे बहुत ज्यादा, कार्य किया, प्रधान सेवक बनकर। हम सब देशवासी आपको, दिल से बधाई देते हैं। खुश रहो ,स्वस्थ रहो , यही दुआ हम सब करते हैं। चाहे सब एकजुट हो जाए , पर आप स्वयं निश्फिक्र रहें, कोई भी कुछ ना कर सकता, देश साथ है ,फक्र रहे। हम जानते हैं, जो किया आपने , कोई आज तलक ना कर पाया। भारत का नाम पूरे विश्व में, आदर के साथ करवाया। आप मानव नहीं, महामानव हो। युगों के बाद आए हो, भारत को नई बुलंदी पर, पहुंचाने के लिए ही आए हो। हम सब की यही तमन्ना है, यह शुभ दिन बार-बार आए, रहें आप हम सबके बीच, कभी बाल न बांका हो पाए
कितना संयम, कितनी सादगी है। आपके जीवन में , सहनशीलता बेमिसाल देखी है, आपके जीवन में। योगी और कर्मठ हो, महत्व काम को देते हो, ना आराम ,ना विश्राम, कैसे यह सब कर लेते हो। कितने वर्ष स्वतंत्र हुए, पर कभी ना यह एहसास हुआ, धन्य धन्य हो मोदी जी, आपसे ही यह साहस हुआ। हरदम रहते हो व्यस्त बहुत, हम सबकी चिंता करते हो, कभी भी इक पल के लिए, अपने बारे में न सोचते हो, आपकी कर्मठता ने, भारत का नाम विश्व में करवाया। कितनों के पसीने छूट गये, कितनों को आईना दिखलाया। धन्य है, हम सब इस देश में, आप को प्रधानमंत्री बना कर, जितना सोचा था, उससे बहुत ज्यादा, कार्य किया, प्रधान सेवक बनकर। हम सब देशवासी आपको, दिल से बधाई देते हैं। खुश रहो ,स्वस्थ रहो , यही दुआ हम सब करते हैं। चाहे सब एकजुट हो जाए , पर आप स्वयं निश्फिक्र रहें, कोई भी कुछ ना कर सकता, देश साथ है ,फक्र रहे। हम जानते हैं, जो किया आपने , कोई आज तलक ना कर पाया। भारत का नाम पूरे विश्व में, आदर के साथ करवाया। आप मानव नहीं, महामानव हो। युगों के बाद आए हो, भारत को नई बुलंदी पर, पहुंचाने के लिए ही आए हो। हम सब की यही तमन्ना है, यह शुभ दिन बार-बार आए, रहें आप हम सबके बीच, कभी बाल न बांका हो पाए