
यह लाइनें मैंने आज तक जितनी भी किताबें पढ़ी। उनमें जो भी अच्छा और कीमती लगा।
वह मैंने लिख रखी थी।मैंने सोचा आपसे साझा कर लूँ।
शायद किसी की ज़िंदगी को बदल दे।
कुछ अनमोल लाइन ज़िंदगी की
हमारी जिंदगी खुशी से भर जाएगी।अगर लोग यह जानते हैं।कि हमें उनकी कितनी परवाह है। तो आप आक्रामक हुए बिना सवाल पूछते हैं।
तो हमें हैरानी होगी कि कई बातें तो बिना पूछे ही पता चल गई। हर एक के पास एक समस्या होती है। चाहे वह कितना भी सफल हो जाए या आगे निकल जाए।
उनके सामने मुश्किल आती रहेंगी। जिस व्यक्ति के पास सुलझाने के लिए समस्या नहीं होती। वह दरअसल खेल से बाहर हो चुका है।
हम इसलिए नहीं मुस्कुराते कि हम खुश हैं। हम खुश हैं। क्योंकि हम मुस्कुराते हैं।
व्यापार ठीक साईकिल चलाने जैसा है।या तो आप चलते रहिए ।या फिर आप गिर जाते हैं। इन दोनों के बीच की कोई स्थिति नहीं है।
आपकी सोच आपकी जिंदगी को नियंत्रित करती है।
हमारी सफलता का मौसम 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक होता है ।
आपको बतक जैसे शांत रहना चाहिए ऊपर से चाहे अंदर पानी में कितने भी तेज चप्पू चला रहे हो।
अगर हम अपने कार्य के लिए किसी दूसरे को दोषी नहीं मानेंगे। तो हम अधिक सशक्त बनेंगे।
प्रगति के मूल्यांकन के लिए हमें सजग और उत्तरदाई होना चाहिए कि सफलता तक पहुंचने के लिए आपको कहा रास्ता बदलना है।एवं मुड़ना है।
अपने अतिरिक्त या खाली लम्हों पर ध्यान दें। अगर हमें तो पता नहीं कितने कीमती लम्हे निकले,अगर हम उन्हें चमकाए तो और भी आपकी जिंदगी के बेहतरीन नगीने साबित होंगे।
जिंदगी की घड़ी का समय किसी पर दया नहीं करता। वह तो चला जा रहा है।
जो लोग अपनी प्रगति पर नजर नहीं रखते ,वह अपनी सफलता सीमित कर लेते हैं। हमें अपने लक्ष्य उपलब्ध करने के लिए समय शक्ति और समर्थन चाहिए।
रोज का जीवन हमसे यह तीनों चीजें छीन लेता है। जैसे
1.पैसों का प्रबंध ,
2 .रोज के काम
3 .सुबह-शाम खाना क्या बनाए।
जिसे खामियां खोजने की आदत है। वह स्वर्ग में भी खामियां ढूंढ लेगा।
सारी बाधाएं मस्ती में और आसानी से पार की जा सकती हैं ।
छोड़ो जाने भी दो की इच्छा को बढ़ावा देना।
दिमाग को नियंत्रित करना, यह सीखना कि किस तरह खुद एवं दूसरों को माफी हमें परेशानियों से छुटकारा दिला सकती है।
कभी-कभी जब हम परिस्थितियों को छोड़ते हैं। तो कुछ समय के लिए परिस्थितियां बदहाल हो जाती हैं। यह इसका प्रतीक है कि परिस्थितियों में बदलाव हो रहा है।
हमें काम जारी रखना चाहिए ।हम खुद को संपन्न करने में लगे हुए हैं।और हमने अपना बटुआ खो दिया है।
रिश्तो को सुधारने की कोशिश एवं लड़ाई हो जाना।
रोगों को दूर किया जा सकता है बशर्ते हम अपने सोचने विश्वास करने और कार्य करने के तौर-तरीकों में बदलाव लाने के लिए तैयार कर लें।
खुशी का रहस्य जिज्ञासा में छिपा है। जीवन की त्रासदी यह नहीं कि यह जल्दी से खत्म जाता है बल्कि यह है कि हम इसकी शुरुआत करने में ही बहुत लंबा वक्त गुजार देते हैं।
आपके कर्मचारी जो भी कहते हैं उन्हें ध्यान से सुने ।8 में से 5 काम तो कोई भी कर सकता है। परंतु सफलता पांच की बजाय आठ काम करने में है ।
ग्राहक बनाने के लिए जरूरी है कर्मचारियों पर निवेश किया जाए।
मछली पकड़ते समय यह ना सोचो हमें क्या चाहिए ।बल्कि यह सोचो मछली को क्या चाहिए।
अपने कर्मचारियों के लिए रोज एक अच्छा काम कीजिए।
आपका दिमाग आपकी सर्वश्रेष्ठ संपत्ति है और आप के कर्मचारियों की वह संपत्ति है जो आपकी बैलेंस शीट में नजर नहीं आती।
ग्राहक के साथ बहस करने की अपेक्षा समझौता करने में बेहतर परिणाम निकलता है।
कुशल लोगों को सम्मान दीजिए, प्रशंसा सबके सामने और डांट फटकार अकेले में लगाएं।
परिणाम आपके कहने से नहीं कहने के ढंग से निकलता है।
हर व्यक्ति का अपना महत्व है। ऐसे किसी व्यक्ति को काम ना दें जो सिर्फ पैसे के लिए ही काम करता हो।
घटिया कामों को अनदेखा करेंगे तो वह भी स्वीकार्य हो जाएगा।
किसी व्यक्ति का नाम उसके लिए सबसे मीठा में महत्वपूर्ण है ।
जब बहस करना बेकार लग रहा हो तो चुप हो जाना सबसे बेहतर है।
अगर हम बातचीत के लिए तैयार हैं। तो हमें समझौते के लिए भी तैयार हो जाना चाहिए।
जिंदगी इतनी छोटी है कि इसे इतना घटिया नहीं होना चाहिए।
जैसा आप दिल में सोचते हैं ।आप वैसे ही होते हैं।
मस्तिष्क का स्थान निश्चित होता है पर वह नर्क को स्वर्ग एवं स्वर्ग को नर्क बना सकता है।
सफलता का संबंध इंसान के दिमाग के कार्य से नहीं बल्कि उसकी सोच के आकार से होता है।
सोच का आकार
किसी इंसान की सोच के आकार पर ही उसके बैंक का अकाउंट ,उसके सुख के अकाउंट ,एवं उसकी संतुष्टि का अकाउंट निर्भर है।
सफलता की कीमत बहुत ज्यादा होती है, क्योंकि चोटी पर पहुंचने के लिए आपको अपनी आत्मा अंतरात्मा अपना पारिवारिक जीवन में अपने जीवन मूल्यों को बेचना पड़ता है।
सफलता की कीमत इतनी ज्यादा भी नहीं होती कि आगे बढ़े हर कदम से लाभ ही होता है।
सफलता का मतलब है अमीरी ,शानदार घर, मजेदार छुट्टियां , बहुत सारी जगह यात्रा की जाए।
आर्थिक सुरक्षा अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा खुशहाली देना।
यदि आपको कड़वाहट के साथ ही घूमते रहना पसंद है। तो बेशक ऐसा ही कीजिए।पर मैं अपना दिल जलाने के बजाय उस व्यक्ति को माफ करना ज्यादा पसंद करूँगी। जिसका व्यवहार मेरे प्रति गलत था ।
जैसा आप सोचते हैं ,आप वैसे ही होते हैं।
सुख एक धनात्मक नगदी प्रभाव है। उसे बढाने के 2 तरीके हैं। अपनी मांगों को कम करना। अपनी आमदनी को बढ़ाना।
बेचने का गुरु मंत्र
सोचो ,पूछो, करो,
बेचने का नजरिया,
1 .प्राथमिकताओं पर काम करना।
2 .पता लगाना,
3 .फॉलो अप करना ,
4 . डील पूरी करना,
ग्राहक केंद्रित व्यापार बनाने के नए तरीके
1 सूचना दो
2 सूचना लो
3 और फिर सूचना दो
सफलता एक यात्रा है। मंजिल नहीं।
दौड़ वही जीतता है। जो धीरे-धीरे लगा रहता है।
आप अपने बच्चे को निर्धन तो नहीं चाहते, परंतु क्या यह चाहते हैं कि वह एक धनवान पशु बने। यदि आप ऐसा चाहते हैं ।तो सावधान उसकी पशुता की सर्वाधिक यातना पहले आपको भोगनी होगी ,फिर समाज को ।
आप जिस व्यक्ति से घृणा करते हैं उस में खूबियां देखना शुरू कर दीजिए।
