
मुझे कोई एहसास तो ऐसा हो।
जब भी मैं आंखें बंद करूं,
लगे वह वहाँ ही हो।

खड़ा हो मेरे पास वो ,
सांसो की महक हवाओं में हो।
सांसो की महक महसूस करें दिल,
कोई एहसास तो ऐसा हो।
मुझे कोई एहसास तो ऐसा हो।
उसका प्यार, उसकी छुअन,
मौजूदगी का आभास तो हो।
उसकी निकटता ओर सहजता,
हर दम मेरे पास तो हो।
छुअन ऐसे जो रोमांचित कर दे,
कोई एहसास तो ऐसा हो।
जब भी बैठे सब महफिल में,
नजरें उसकी बस मुझ पर हो।

छोड़ दे सबकी बातों को,
जुबां पर नाम बस मेरा हो।
कानों को हरदम गुनगुना दे,
कोई एहसास तो ऐसा हो।
करे जब प्यार और मोहब्बत की बातें,
बातों में जिक्र बस मेरा हो।
याद करे वादे, वह कसमें,
गिले-शिकवे सब मेरे हो।
भूल कर सब, सिर्फ प्यार ही,
याद रहे,कोई एहसास तो ऐसा हो।
घर और बाहर, जब भी याद करें,
सामने बस मेरा चेहरा हो।
भूल जाए चाहे सब काम,
पर याद मेरा आभास तो हो।
याद करे हरदम,
यादें भी वह जो खास तो हो।
मुझे कोई एहसास तो ऐसा हो।
जब भी मैं आंखें खोलूँ ,
देखो उसे देखते हुए।

जब जब मैं याद करूं,
हिचकी आए याद करते हुए।
आंखों में प्यार ही प्यार हो ,
कोई एहसास तो ऐसा हो।
हरदम हंसता मुस्कुराता रहे,
उदास ना हो जीवन में।
बच्चों की तरह हो निश्चल,
बिंदास भी हो वह जीवन में।
इस हँसते मुसकाते जीवन पर,
मुझे पूरा विश्वास तो हो।
कोई एहसास तो ऐसा हो।
छूए जब तक दिल धड़का दे,
साथ में हो तो तन महका दे।
पास बैठकर वह मुझे हंसा दे,
कभी वह मेरा दिल न दुखा दे।
मैं जैसा चाहूँ स्पर्श तो वैसा हो।
कोई एहसास तो ऐसा हो।
हर किसी के जीवन में,
कोई एहसास तो ऐसा हो|
उसकी निकटता और सहजता,
का कोई मुझे आभास तो हो।

उसके लिए मैं सब कुछ लुटा दूं,
कोई ऐसी बात तो हो।
उसके लिए मैं जान भी दे दूं,
ऐसा कोई इंसान तो हो।
हर किसी के जीवन में,
कोई एहसास तो ऐसा हो।