कोरोना एवं उसके डर का असर

इस समय जो कोरोना चल रहा है,उससे ज्यादा प्रभावित लोग उसके डर से हो रहे हैं।
और वह डर इतना ज्यादा परेशान कर रहा है, कि लोग उसमें से निकल नहीं पा रहे।
कोरोना इतना ज्यादा असर नहीं कर रहा जितना उसका डर कर रहा है। हर आदमी उसके डर से ही परेशान है ,क्या आप जानते हैं कि आपके डर और तनाव से आप कितनी बीमारियों को अनचाहे बिना समझे अपने पास बुला लेते हैं?
1. दिल का धड़कना ,अधिक तेजी से धड़कना।
2. दिल की धड़कन का कम होना ।
3. रक्तचाप का कम या ज्यादा होना।
4. अचानक ठंडा पसीना आना, या आपके हाथ पाँव का सुन्न हो जाना।
5. कभी कभी-कभी छाती में दर्द का महसूस होना।
6. छाती पर दबाव महसूस होना,या भारीपन महसूस होना।
7. घबराहट का होना, यह डर का ही कारण है।
8. ये भी डर का ही कारण है पेट दर्द हो जाना, पेट में मरोड़ हो जाना ।
9. आपके पेट में वायु और गैस का गोला जैसा घूमना ।
10. आप को कब्ज हो जाना,या दस्त हो जाना ।
11. आपका सांस का फूलना ,
12. सांस लेने में तकलीफ होना ।सांस फूलना व सांस लेने में परेशानी यह सिर्फ आप को कोरोना में ही नहीं बल्कि कोरोना होने के डर मात्र से भी हो सकती है ।
13. हिचकी आना ,
14. गले में दबाव महसूस होना ।
15. बहुत ज्यादा खांसी उठना ।
16. यह भी डर एवम तनाव की वजह से है । पेशाब का बार बार आना।
17. सिर दर्द तथा चक्कर आना।
18. गर्दन के पीछे बहुत दर्द होना कमर दर्द होना। आपके जोड़ों में दर्द होना।
19. नींद नहीं आना ,
20. थकान तथा कमजोरी का होना।
21. परेशानी तथा हर समय कोई न कोई डर के कारण लग रही बेचैनी का होना ।
22. बहुत ज्यादा चिड़चिड़ापन आ जाना।
23. हमेशा एक उदासी का बना रहना।
24. केवल डर और तनाव से स्किन की बीमारियां, एलर्जी और पेट में जख्म जैसे रोग भी हो जाते हैं।
क्या आप जानते हैं कि इस समय जो कोरोना चल रहा है ।उसका डर लोगों में कितना ज्यादा है।
पिछली बार जो लॉकडाउन था, उसमें लोगों ने अपने परिवार के साथ रहकर समय को बहुत खुशी से बिताया था। परंतु इस बार लॉकडाउन में सब लोग बहुत चिंतित हैं ।और वह समझ नहीं पा रहे कि क्या करें ?
एक तरफ उनका व्यवसाय एवं पारिवारिक जीवन दोनों ही मुसीबत में है।हर ओर से उन्हें उल्टे सीधे समाचार मिलते हैं, जो उन्हें और भी परेशान कर देते हैं।और रही कसर हमारे न्यूज़ चैनल एवं ज्ञान बढ़ाने वाले लोग पूरी कर देते हैं।
यह मैं अपने अनुभव से बता रही हूं जब मेरे घर में कोरोना हुआ, तब मेरे पति बहुत चिंतित हो गए।वह रोज उन दिनों को गिनते थे, कि आज इतने दिन हो गए हैं, अब यह हो जाएगा।
आज इतने दिन हो गए हैं, अब यह लक्षण होंगे, यह सब बातें उन्हें बहुत परेशान कर रही थी क्योंकि जो कुछ उन्होंने सुना था कि इतने दिन के बाद यह होता है। फिर आप को सांस लेने में परेशानी हो सकती है । उसके बाद हो सकता है कि आप को अस्पताल जाना पड़े । और हो सकता है कि ऑक्सीजन की भी जरूरत हो।वह इतने दिन तक क्रम से यही सब सोचते रहे । वैसे उन्हें कोई भी परेशानी नहीं थी ,पर था एक डर जो हमारे समाचार वालों ने और ज्ञान बढ़ाने वालों ने दिमाग मैँ बैठा दिया कि अगर कोरोना होगा तो यह सब भी हो सकता है।और इस डर ने उन्हें बहुत परेशान कर दिया ।
यह सब बताने का मकसद मेरा सिर्फ यही है कि जब तक कोरोना चल रहा है ,तब तक आप समाचारों से दूर रहें । और कोई भी कोरोना की ज्ञानवर्धक बातें ना सुनें और ना ही पढ़े । यह सब आप को ज्यादा तकलीफ ड़े सकते हैं । अगर मैँ किसी को भी इस तनाव या डर से बचा सकूँगी तो मुझे बहुत खुशी होगी ।
वह सोच रहे थे कि ऐसा कुछ होगा परंतु ईश्वर की दया से वैसा कुछ नहीं हुआ और वह सुरक्षित सब ठीक हो गए परंतु अभी भी बहुत डर से नहीं निकल पा रहे, हम सब बहुत कोशिश कर रहे हैं। और कुछ हद तक कामयाब भी हैं।
यह सब मैं इसलिए बता रही हूं, कि जो भी उस कोरोना की स्थिति से गुजरता है। उसे बिल्कुल भी डरना नहीं चाहिए क्योंकि डरने से एक तो हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। और अनायास ही हम और बीमारियों को अपने पास आमंत्रित कर देते हैं।
जब भी आपको ऐसा कुछ महसूस हो तो आप कोई अच्छी अपनी पसंद की पिक्चर देखें किताबें पढ़ें गाने सुने उससे आपका ध्यान इन सब चीजों से हट जाएगा और आप ठीक होने की तरफ अपने कदम बढ़ाएंगे। और आपको शीघ्र लाभ होगा । अपने को डर मुक्त बनाना सब से जरूरी है ।