
तलाश करें ,जीवन में क्या ?क्यों ?कैसे?
हो रहा है विश्वास करें।
अपनी स्थिति और अपनी परिस्थिति,
अपने अनुभव की तलाश करें।
आपका कृतज्ञ होना ,
जीवन पर रोज ही विचार करना।
अपनी भावनाओं विचारों,
व मूल्यों को तलाश करना।
तलाश करें कृतज्ञताओं की,
जो परिस्थिति बदल सकती हैं।
परिस्थितियों से विचार,
और भावनाएं बदल सकती हैं।
कहीं आलोचना को,
महत्व देकर व्यवहार न बदले।
शब्दों को शक्ति ना दे ,
हक देने का संस्कार ही बदले।
लोग जो आहत करते हैं,
उन्हें सहन करने का तरीका बदलें।
लोग जो अवांछित अंदाज़ में ,
अतिक्रमण वालों को ही बदले।
वे लोग जो इस तरह कष्ट देते हैं,
उनकी तलाश करें।
निवारण कष्टों को ,अपने मन को शांत करें।
पहचान करें उन लोगों की,
जिन्होंने आपकी शक्ति ली।
स्वतंत्रता ली,व पहचान ली,
छीन तो मन की शक्ति भी ले।
जीवन में जो घटना है, तलाश करें।
क्या? क्यों ?कैसे ?हो रहा है विश्वास करें।
रोज जिससे कृतज्ञ हो,
उस पर एक वाक्य लिखे।
केवल स्वयं ही नहीं,
सब परिवार कृतज्ञता पर लिखें।
क्योंकि कृतज्ञ होने वाले,
बीमार नहीं होते।
और कभी अकेलेपन,
के शिकार नहीं होते।
अपनी ख़ुशियाँ अपनी शक्ति,
रखना अपने हाथ में
फिर ना होंगे कभी अकेले,
ना उदास रहेंगे सब साथ में।