
पापा वह बरगद के पेड़ जैसे हैं।
जिसकी छत्रछाया में पूरा परिवार रहता है।
चाहत तो उनकी हमेशा बेटे की होती है।
पर प्यार सबसे ज्यादा बेटियों को करते हैं।
आज भी याद है मुझे,
अपनी सारी तनख्वाह लाते ही,
मेरी हथेली में रख दिया करते थे।
जब तक में वहां रही,
खाना दोनों वक्त उनके साथ ही खाया।
वह इंतजार ही करते रहते थे।
शादी के वक्त भी पूछते रहे,
कि बिना तुम्हारी मर्जी के कुछ नहीं करूंगा।
कितना प्यार करते थे।
पर उनके प्यार को कोई कहां समझ पाता है।
क्योंकि पापा को अपना दुख,
जताना नहीं आता है।
वह सब अपने दिल में ही,
दबा कर रख लेते हैं।
गुस्सा उनका तेज होता है।
पर अंदर से मुलायम होते हैं।
पापा तो बस पापा ही होते हैं।
खुद बस याद करते रहते हैं,
मम्मी से पूछा करते हैं।
छोरियां नहीं आयी,कब बुला रही हो।
जब वह आएंगी, तुम मुझे बताना ।
घर में क्या चाहिए ?
पर सब उनकी पसंद का बनाना।
कितने कितने दिनों बाद आती है।
आती हैं, तो रुकती भी नहीं हैं।
आज भी याद है ,
कहते हैं क्या आंधी की तरह आती हो।
बभूले की तरह चली जाती हो।
कुछ समय तो हमारे पास भी रहा करो।
सब को बुला कर,
अपने परिवार को देखकर,
खुशी से फूले नहीं समाते हैं ।
पापा तो बस पापा ही होते हैं।
उनकी जिम्मेदारियों को गिनना मुश्किल है।
उन्होंने ही सिखाया,
ईमानदारी से जीना,
बेईमानी का धन यूँ ही व्यर्थ चला जाएगा।
वह धन तुम्हारे जीवन में ,
नशा और बीमारी लाएगा ।
किसी का दिल दुखा कर ,
मत कमाओ यह भी उन्होंने ही बताया।
कहते हैं मां को चिंता आज की होती है ।
बेटे ने आज खाना खाया कि नहीं।
और पिता को चिंता बेटे के भविष्य की होती है।
कि वह कल क्या खाएगा?
कैसे जिएगा ?
कैसे घर चलाएगा?
इसलिए पढ़ाते लिखाते हैं।
दुनियादारी सिखाते हैं।
जीने की राह दिखाते हैं।
एक अफसोस हमेशा होता है।
जिस बच्चे को पाला पोसा बड़ा किया।
वह अपने पिता को क्यों नहीं समझता ?
पिता ही है जो बेटे के जन्म पर,
सबसे ज्यादा खुश होते हैं।
पर वही बेटे बड़े होकर उन्हें,
सबसे ज्यादा दुखी करते हैं।
जिन बेटों की परवरिश में ,
पूरा जीवन लगा देते हैं।
दुख की बात है वही बुजुर्ग होने पर,
उन्हें आंख दिखाते हैं।
पिता अपने प्यार की खातिर,
वह भी सह लेते हैं ।
उनके इस दुख को बेटियां ही समझ पाती हैं।

क्योंकि पापा की लाडली बेटियां होती हैं।
उनके दिल की बात,
वह बिन कहे समझ जाती हैं।
हम अपने पापा से बहुत प्यार करते हैं।
ईश्वर करे उनका हाथ,
हमेशा हमारे सर पर रहे।
वह हमेशा स्वस्थ रहें, खुश रहें।