
आँखें
हमारी आँखें चार चाँद लगा देती हें।
हमको सुन्दर दिखने में अब हम बात करते हैं आंखों की।
हमारी आँखें देखने के लिए ईश्वर ने दी है। पर आँखें केवल देखती ही नहीं है। यह दूसरे की आंखों के प्यार और नफरत को भी देखकर महसूस कर लेती हैं । आंखों की समस्या ऐसी चीज की सूचक है कि हमारे अतीत वर्तमान या भविष्य के साथ कुछ ऐसा है। जिसे हम देखना नहीं चाहते।
जब हम किसी छोटे बच्चे को चश्मा पहने देखते हैं। तो लगता है उनके घर में अवश्य कुछ ऐसा घटित होता है। जिसे भी देखना नहीं चाहते। कि हम को बदल नहीं सकते क्योंकि उनको वह बदल नहीं सकते इसलिए दृष्टि फेर लेते हैं।ताकि उन्हें कम से कम दिखाई दे| दिखाई ना दे।जब लोग अपनी पुरानी परेशानियों के बारे में भूलने की कोशिश करेंगे। तो आपके स्वभाव स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। आप अच्छा महसूस करेंगे।
आपको यह भी देखना है जो आपके साथ इस समय हो रहा है।

क्या आपको वह पसंद नहीं है?
क्या आप अपनी इस समय की घटना से डर रहे हैं?
या फिर आपके साथ भविष्य में क्या होगा उससे डरते हैं?
अगर आपको उसे देखने का मौका मिले तो आपको क्या देखना पसंद होगा?
जो आपको अभी नहीं दिख रहा है क्या आपको यह दिखाई दे रहा है ?
आप अभी वर्तमान में अपने साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं?
आपको शांति से इन सवालों पर ध्यान देना चाहिए।
क्यों ना आप इत्मीनान से बैठकर अपने जीवन के बारे में सोचें?
आपको कहां से कहां तक ठीक करना है?
मानसिक कारणों को जानने की कोशिश करें। आपके मन की स्थिति आपके मामले में सही है। अगर आपको लगता है कि सही नहीं है। तो शांत मन से सोचना चाहिए।
मेरे मन के अंदर कौन कौन से ऐसे विचार चल रहे हैं ?
जो अंदर शारीरिक परेशानियां पैदा कर रहे हैं ?
अगर आप ऐसा सोचते हैं, और ध्यान देते हैं। तो आप काफी हद तक अपने को ठीक कर सकते हैं।
गर्दन

अब हम गर्दन और गले के बारे में बात करते हैं।हमारी सुंदरता में हमारी गर्दन और गले का बहुत महत्व है। यह सबसे ज्यादा आकर्षक होता है। जब हम किसी की गर्दन बहुत पतली देखते हैं। तो हमारा ध्यान ध्यान एकदम वहीं पर चला जाता है।
हमारी गर्दन हमें बताती है। कि हमारी सोच में कितना लचीलापन है। कभी-कभी हम कहते हैं कि हमारी गर्दन अकड़ गई है। इसका मतलब यह है कि हम अपने आप किसी विशेष परिस्थिति में खड़े हुए हैं। और हम अपने अकड़ को छोड़ना नहीं चाहते।
हम देखते हैं कि कई लोग गले में कॉलर लगाए रहते हैं। तो हम उन्हें देखकर यह सोच सकते हैं । यह आदमी सिर्फ अपने कोई ठीक समझता है। चाहे बात कुछ भी हो जो उसने कहा वही ठीक है।दूसरे की बात पर गौर करना उसके लिए असंभव है।और वह उसके लिए तैयार भी नहीं है।वह अपनी अकड़ में रहता है।
हमारा गला कुदरत की खूबसूरत देन है। इस गले से हम किसी से प्यार से भी बोल सकते हैं । और चिल्ला कर भी हम अपने हक के लिए बोल सकते हैं । और जिस पर हक नहीं है चिल्ला कर उस पर भी हद दिखा सकते हैं।
हमारा गला
गले की समस्या कई वजह से हो सकती हैं। गला बहुत नाज़ुक होता है जब हम काफी ठंडा पानी पी लेते हैं। तो भी खराब हो जाता है। और यदि हम हमेशा चिल्लाते हैं । तो हमारी आवाज़ खरखरी हो जाती है।
गले में अगर कोई मानसिक परेशानी है। जैसे हम कोई काम कर रहे हैं। पर हम को उस काम को करने का हक नहीं है। और हम उस हक के लिए लड़ने को भी अधिकृत नहीं है। इससे भी गले में दिक्कत हो सकती है। गले में दर्द की कई बार गुस्से की वजह से भी हो जाता है।
और दर्द के साथ अगर आपको जुकाम भी हो गया है। तो समझना आसान है। कि आप की दिमागी स्थिति अभी ठीक नहीं है। किसी चीज के लिए आपके मन में भ्रम बना है। कि मैं यह करूँ या नहीं करूँ। लैरिंजाइटिस बीमारी का नाम है। लैरिंजाइटिस नामक बीमारी के शिकार जब आप हो जाते हैं। तो आप उस समय इतने गुस्से में होते हैं।आपके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकलता।
गला हमारी रचनात्मकता को भी बताता है। गले से ही हम अपनी रचनात्मकता को दिखा सकते हैं। जब लोग हमारे रचनात्मकता को दबाते हैं। या उसका विरोध करते हैं। तब भी हमें गले की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो जीवन में बहुत कुछ करना चाहते हैं। परंतु कर नहीं पाते उनका पूरा जीवन ,अपने परिवार को खुश करने, उनके बारे में सोचने,उनका ध्यान रखने में ही बीत जाता है। उनके अपने जीवन में एक बार भी उस काम को करने का मौका नहीं मिलता।जो वह अपने जीवन में करना चाहते हैं।
टॉन्सिलाइटिस और थायराइड यह दोनों बीमारी इस परेशानी का प्रमाण है । क्योंकि जब वह कुछ रचनात्मक करना चाहते हैं। और कोशिश करने के बाद भी नहीं कर पाते । तब यह बीमारी की शुरुआत होती है। किसी की भी रचनात्मक प्रतिभा को दबा देना। और उस पर ना करने का प्रतिबंध लगा देना ।
गले में ही हमारा ऊर्जा केंद्र भी होता है। यह हमारे शरीर का पांचवा चक्र होता है। यहां पर परिवर्तन बहुत ज्यादा होते हैं । जब भी हम किसी का प्रतिरोध करते हैं । या जो हमें रोकने की कोशिश में प्रतिबंध लगाए हैं । उन्हें बदलने की कोशिश करते हमारे गले में कई तरह की क्रियाएं होती रहती हैं।
आपको स्वस्थ रहने के लिए अपने विचारों के बारे मैं सोचना होगा।