
पेट (Stomach)
अब हम बात करते हैं पेट की ,
पेट हमारे नए विचारों को पचाता है,यह आपको देखना है कि
1.आप क्या पचा पाते हैं?
2.और किसे नहीं पचा पाते?
यदि पेट में गड़बड़ी है तो मतलब स्पष्ट है, कि हम अपने अनुभव नहीं पचा पा रहे हैं। हम बहुत डरे हुए हैं।
1.क्या आप जानते हैं कि अधिकतर पेट दर्द का कारण डर ही होता है?
2.पेट के दर्द का कारण क्या होता है ?
कभी-कभी अगर खाना बासी होता है। या उसने कोई खराबी होती है| तो भी पेट दर्द होता है। वह खाना पेट उलटी के जरिए या लूज मोशन के जरिए वापस बाहर कर देता है।
इसके बारे में मैं अपना अनुभव शेयर करना चाहती हूं। मैं बहुत ज्यादा बीमार थी। तब हॉस्पिटल में जब भी मेरे पति को बुलाते थे। किसी भी काम से तो वह डर जाते थे, कि पता नहीं क्या कहने वाला है? कहीं कुछ गलत तो नहीं हो गया है।
बस तब से मेरे पति के पेट में दर्द रहने लग गया। यह करीब 3 साल तक चला |उन्होंने सारे टेस्ट करवा लिए एक बार नहीं कई बार करवाए कोई खराबी नहीं निकल।वह कुछ भी खाने से भी डरने लगे थे| लाखों रुपए खर्च करने पर भी इलाज नहीं हो सका।
एक दिन मैं किताब पढ़ रही थी| किताब का नाम था शारीरिक और मानसिक तनाव क्यों होता है और उससे कैसे बचे । उसमें मैंने अपने पति जैसा ही केस पड़ा। मुझे तुरंत उनकी बीमारी का पता चल गया| कि यह सब शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक परेशानी है।डॉ का नाम स्वरूप सिंह मारवाह है।
मैंने किताब के पब्लिशर को कांटेक्ट करके डॉक्टर का फोन नंबर लिया| और उन्हें फोन किया उन्होंने अमृतसर बुलाया । अगले दिन हम वहाँ गए । उन्होंने पूरा चेक किया उन्होंने कहा की कोई बीमारी नहीं है। और ना ही किसी दवा की जरूरत है।
तुम्हारे दिमाग ने सीखी हुई प्रतिक्रिया सीख ली हें। उसे तुम्हें दिमाग को ही बार बार समझाना होगा| ऐसा कुछ नहीं है सब ठीक है।फिर दिमाग भूलना शुरू कर देगा । और तुम ठीक हो जाओगे । तब से मेरे पति बिल्कुल ठीक हैं।
आपको जानकर आश्चर्य होगा।उस समय डॉक्टर साहब 90 साल के होंगे। उन्होंने एमबीबीएस 1947 से पहले की की हुई थी। वह उस समय पाकिस्तान रहते थे। बाद में वह अमृतसर आए।
वह किताब हमारे लिए वरदान साबित हुई।आप भी उसे पढ़ सकते हैं ।अभी भी जब हम तनाव में होते हैं।तो उस किताब से अपने को ठीक कर लेते हैं।
पेट दर्द का रिश्ता मुख्य कारण डर और तनाव ही होते हैं| जो कई बीमारियों को जन्म देते हैं।
अल्सर अल्सर हम बात करते हैं।
अल्सर भी वही डर के कारण होता है।पेट में अल्सर डर के कारण होता है।डर हमें किसी भी बात का हो । सफल होने का, गलती करके पकड़े जाने ,का हो सकता है ज्यादा गुस्सा करने से भी अल्सर हो जाता है।
यह गलती हम करते हैं। और भुगतना हमारे पेट को पड़ता है। कभी-कभी हम पेट की बात नहीं सुनते पेट में भूख लग रही है। और हम उस समय चाय कॉफी या ठंडा पीते रहते हैं। यह भी अल्सर का कारण बन जाता है।
आँत
अब हम बात करते हैं बड़ी आँत की ——
बड़ी आँत सब कुछ बाहर कर देती है। जिसकी हमारे शरीर को जरूरत नहीं है।
अपने जीवन के लिए हम जो भी खाना खाते हैं। उसमें से जो शरीर को चाहिए वह शरीर को देती है। बाकी बाहर कर देती है।
परंतु इसमें भी वही डर है जो सब को बाहर निकालने से रोकता है। जिसे भोजन के हमें जरूरत नहीं है।
जो लोग कब्ज के शिकार होते हैं । उनको यह कभी पता ही नहीं चलता कि कब्ज की वजह से उनकी पेट में जो बाहर होना चाहिए। वह अंदर बहुत मात्रा में इकठ्ठा हो जाएगा।
कब्ज के कारण उसकी वजह है पुराने रिश्तों से चिप के रहते हैं। जो रिश्ते उन्हें परेशानी देते हैं।
उन कपड़ों को भी सिर्फ इस कारण से फेंकना नहीं चाहते । जो आप की अलमारियों में हमेशा रखे रहते हैं । आपको हमेशा ऐसा लगता है। शायद जिंदगी में कभी जरूरत पड़ जाए ।
अगर नौकरी में होते हैं।और वहां नौकरी में आपके ऊपर बहुत सारे प्रतिबंध और दबाव होता है। और आप हमेशा अपनी परेशानियों के बारे में सोचते हैं।
क्यों ना आप परेशानी को छोड़कर अपने सुख और सुविधाओं के बारे में सोचें। अगर आप हमेशा अपने बुरे वक्त से बचने के उपाय खो जाएंगे। तो आप भी कब्ज के शिकार हो सकते हैं।
