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व्यक्तित्व का टेस्ट

अपडेट करने की तारीख: 20 जन॰ 2022


क्या कभी आपने अपने व्यक्तित्व का टेस्ट करवाया है?

आप आश्चर्य में होंगे कि ऐसा भी कोई टेस्ट कहाँ होता है? इस तरह के टेस्ट जो होते हैं वह ऐसे ही होते हैं।वह शायद किसी लैब में नहीं होते।

हमारे देश में कितने सारे लोग लैब हैं।हर जगह उपलब्ध हैं।और जब से यह कोरोनावायरस आया है।सभी लैब वालों की चांदी हो गई है।लॉकडाउन में किसी का काम चला हो या नहीं पर लैब वालों के वारे न्यारे  में हो गए हैं।  

लोग इतना डर गए हैं कि कोई शारीरिक परेशानी ना भी हो।तो भी सोचते हैं इतने दिन हो गए कोई टेस्टिंग नहीं करवाई पता ही नहीं कि शरीर में आखिर चल क्या रहा है?

ऊपर से रोज किसी न किसी लैब टेस्ट वाले का फोन आ जाता है।आपको यदि पूरा शरीर का चेकअप करवाना है।सिर्फ ₹799 में हो जाएगा।या कहीं पर 900 Rs में हो जाएगा।जाना भी नहीं पड़ता, सब काम घर बैठे हो जाता है। रिपोर्ट भी ऑनलाइन आ जाती है।

आप सोच रहे होंगे यह तो हमें पता है।इसमें नया क्या है?

सही बात है इसमें तो कुछ भी नया नहीं है। परंतु नयी एक चीज है।जो शायद आपको पता ही नहीं हो।आप जब भी शारीरिक जांच करवाते हैं।तो जांच में अधिकतर का एक ही प्रॉब्लम होता है।विटामिन डी बहुत कम है।और कैल्शियम की मात्रा भी घट रही है।

विटामिन डी तो घटेगा ही आपको पूरा दिन एसी में जो रहना है।घर में ऐसी,ऑफिस में ऐसी, कार मे एसी, विटामिन डी कहां से मिलेगा।सूर्य भगवान के दर्शन भी आप नहीं करते।

और केलशियम की चीजें आप को पसंद नहीं। क्यों कि पिज्जा बर्गर आपके फेवरेट हो गए हैं?

इसलिए परेशानी आ गई है।जो मेरा मकसद है।मैं मकसद से भटक नहीं जाऊं।तो मैं यह कहना चाह रही हूं।

कहीं कोई ऐसी भी टेस्ट लैब है।

व्यक्तित्व का टेस्ट

जो किसी के व्यक्तित्व का टेस्ट कर सके।

क्या कोई भी ऐसी जगह है।जहां इस बात का टेस्ट हो सके कि आपके अंदर इंसानियत कितने प्रतिशत है?

प्रतिशत कम है, या ज्यादा है।

आप एक इंसान भी है, या नहीं।

आपने वक्त के साथ अपनी पूरी इंसानियत को घर के किसी कोने की ताक पर रख दिया।और उससे आपका दूर-दूर तक कोई रिश्ता या वास्ता ही नहीं है।

मैं सोचती हूं कि ऐसे लैब भी जरूर होने चाहिए।जहां इंसानियत का टेस्ट हो सके।

जब हम शारीरिक जांच कराते हैं।तो करीब 200 टेस्ट करते हैं।परंतु जब हम अपने व्यक्तित्व का टेस्ट कराएं।तो आप क्या सोचते हैं?

कितने टेस्ट कराने होंगे?

1.इंसानियत का टेस्ट

2.दया का टेस्ट

3.मानवता का टेस्ट

4.दोस्ती का टेस्ट

5.व्यवहारिकता का टेस्ट

6.समझदारी का टेस्ट और

7.जिम्मेदारी का टेस्ट

8.प्रेम का टेस्ट

सिर्फ आठ टेस्ट ही काफी है। हमारे व्यक्तित्व के टेस्ट के लिए इतने ही जरूरी है।

और हमारे शरीर की जांच के लिए 200 टेस्ट चाहिए।

इंसानियत का टेस्ट

इंसानियत जब हम बात करते हैं।इंसानियत का तो सबसे जरूरी टेस्ट है।

हमारी व्यक्तित्व में जब हम सोचते हैं।कुछ और बने ना बने पर पहले कैसे इंसान बने यह जरूरी है।

जो इंसानियत से परिपूर्ण हो।इस टेस्ट से यह पता चलेगा कि क्या आप में इंसानियत बरकरार है।

दया का टेस्ट

दया का टेस्ट भी बहुत आवश्यक है। अगर हमारे अंदर इंसानियत है तो अवश्य ही हम एक दयालु इंसान होंगे।

कितने दयालु है इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है। दूसरों की पीड़ा समझते हैं या नहीं।हमें दूसरों की परेशानियां भी दिखती है या नहीं।

मानवता का टेस्ट

मानवता यह भी इंसानियत का ही पहलू है। यदि हम मनुष्य है तो हमें मानवता के नाते वे सब काम करने चाहिए। जो एक मनुष्य की मनुष्यता के तौर पर जाने जाते हैं।

कोई किसी को दुःखी कैसे देख सकता है?

कोई किसी को प्रताड़ित कैसे कर सकता है ?

यह सब टेस्ट होने चाहिए।

दोस्ती का टेस्ट

क्या आप एक अच्छे दोस्त हैं?

अपने जीवन साथी के, अपने पुत्र एवं पुत्री के, उसके बाद अपने सहपाठी के, सहकर्मी, और पड़ोसी के, एवं दोस्तों के।

कहीं आपकी यह सौ कोल दोस्ती या आपकी दोस्ती का रिश्ता सिर्फ मतलब के वक्त उफान मारता है।मतलब निकलने के बाद शांत हो जाता है। इसका भी टेस्ट होना चाहिए।

व्यवहारिकता का टेस्ट

आप कितने व्यवहारिक हैं।जिंदगी में, आचरण में, व्यापार में, समाज में,यह टेस्ट भी जरूरी है।कहते हैं ना कि वह बिल्कुल भी व्यवहारिक नहीं है।उससे व्यवहार रखना ही नहीं चाहिए।

समझदारी का टेस्ट

कई बार हम ऐसा ही सोचते हैं समझदारी का टेस्ट भी होना चाहिए।आप कितने समझदार हैं, यह कोई आपसे बात करके पता लगा सकता है।

परंतु कई बार हम इसमें धोखा खा जाते हैं।और सोचते भी हैं, यार मैं तो समझता था, बहुत समझदार है,यह तो पर्ले दर्जे का बेवकूफ निकला।समझदारी का मतलब सही समय में सही निर्णय लेना। समझ का इम्तहान मुसीबत में होता है।

जिम्मेदारी का टेस्ट

अतः यह टेस्ट भी जरूरी है।जिम्मेदारी व्यक्तित्व का सबसे प्रभावशाली टेस्ट है।

क्या आप जिम्मेदार है?

आप कितने जिम्मेदार हैं?

अपने आप के प्रति, अपने परिवार के प्रति, अपने समाज के प्रति,अपने देश के प्रति, इसका टेस्ट अत्यंत आवश्यक है ।

प्रेम का टेस्ट

प्रेम का टेस्ट बहुत मुश्किल है। क्यों कि प्रेम का कोई पैमाना नहीं है।क्या आप अपने परिवार से प्रेम करते हो। अपने पड़ोसी से,अपने समाज से ,अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों से, अपने देश से ,इन सबसे प्रेम करते हो। कितना करते हो। यह कैसे बताओगे।

क्या आप भी मेरी तरह सोचते हैं?

इस तरह कि कोई लैब होनी चाहिए।जो यह टेस्ट करती हो।

क्या आप टेस्ट कराना चाहेंगे?

अगर भविष्य में कोई ऐसी लैब बने।जब तक यह लैब नहीं बनती।तब तक आप अपने लिए, यह टेस्ट सच्चाई और ईमानदारी से स्वयं अपने अंदर झांक कर कर सकते हैं कि क्या आपके व्यक्तित्व में इन सब गुणों का समावेश है।

पर बेईमानी से नहीं, इसका रिजल्ट आपको ही अपने को देना है।

यह टेस्ट आप हर महीने अपने आप का करें।आप स्वयं देखेंगे आपके व्यक्तित्व में कितना निखार आ गया।

और आप वास्तव में एक परिपूर्ण इंसान बन गए।या यह कह सकते हैं कि आप व्यक्तित्व के टेस्ट मैं पास हो गए है। 


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