पार्ट 2
हर व्यक्ति चाहता है। जिंदगी में कोई प्यार करने वाला हो। और यदि हमें कोई वास्तव में प्यार करता है। तो हम उसके लिए कुछ भी कर सकते हैं।
तब हमें उसमें कोई कमी नजर नहीं आती। उसकी हर बात अच्छी लगती है।उसके लिए किसी भी काम को करने में आपको खुशी होगी।
परंतु सोचने वाली बात तो यही है कि इस प्यार को बरकरार कैसे रखा जाए ?
हमारा जीवन साथी जैसा है। उसे खुशी-खुशी वैसा ही स्वीकार किया जाए। स्वीकृत हो जाएगा।तो प्यार भी हो ही जाएगा।

अगर हम उसे उसी रूप में स्वीकार करते हैं। तो हम उसकी अच्छाइयों के साथ कमियों को भी स्वीकार कर लेंगे
हमारा जीवन साथी जैसा है। उसे खुशी-खुशी वैसा ही स्वीकार किया जाए। स्वीकृत हो जाएगा।तो प्यार भी हो ही जाएगा।
अगर हम उसे उसी रूप में स्वीकार करते हैं। तो हम उसकी अच्छाइयों के साथ कमियों को भी स्वीकार कर लेंगे।
भगवान ने आज तक ऐसा कोई इंसान नहीं बनाया। जो पूरी तरह परफेक्ट हो। जिसमें कोई कमी ना हो।
कुछ लोगों से जब हम बात करते हैं। तो वह कहते हैं। कार बंगला और सारी सुख सुविधाओं का क्या फायदा ?
यदि आपका जीवन साथी आपको प्रेम ही नहीं करता हो।
क्या कभी आपने सोचा वह क्या कह रहा है? क्यों कह रहा है ?
क्योंकि उसके लिए सभी चीजें बेमानी है?
यदि उसकी पत्नी उसे प्रेम नहीं करती तो कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है।
परंतु दूसरी तरफ बहुत सी पत्नी है।जो यह सोचती हैं कि पूरा दिन तो पति को खबर भी नहीं होती। वह इग्नोर करता रहता है।हाल भी नहीं पूछता।
और रात को ऐसे प्यार दर्शाता है। जैसे वह उससे कितना प्यार करता हो?
कितना ख्याल रखता हो?
वह कहती है मुझे उसके इस व्यवहार से नफरत है।वैसे वह ऐसी पत्नी नहीं जो सेक्स से नफरत करती है।
परंतु उसे सेक्स के साथ एक भावनात्मक रिश्ता भी चाहिए। प्यार और सहानुभूति भी चाहिए। एक दोस्ताना व्यवहार भी चाहिए।
जब प्रेम सबके लिए जरूरी है।
तो इतना पेचीदा क्यों है ?
बहुत सी पति-पत्नी इस दर्द से कराहते हैं।
शादी के बाद हमेशा सुख से रहने के सपने उनकी हकीकत की दीवार से टकरा टकराकर चकनाचूर हो गए।
जिन लोगों का शादी का रास्ता प्रेम करने की दीवानगी से गुजरता है। जो उन्हें पसंद है। तो उनको लगता है दिल की घंटी बजी थी।
हम कोशिश करते हैं कि उस व्यक्ति को समझे,जानें, और महसूस करें ।
जब उसके साथ डिनर पर जाए तो यह मायने नहीं रखता क्या खाना ऑर्डर किया।
ज्यादा ध्यान तो उसे जानने और समझने में रहता है।
कई बार पहली मुलाकात में नशा उतर जाता है।
यदि उसके प्रेम में पड़ गए।तो सोते ,जागते,और उठते बैठते पहला विचार प्रेमी या प्रेमिका का ही होता है। मिलने की बेकरारी बढ़ जाती है।
उसके साथ समय व्यतीत करना ऐसा लगता है। मानो स्वर्ग के किसी कोने में विहार कर रहे हों।
ऐसा लगता है हमारी धड़कन एक साथ बढ़ रही है। खून तेजी से दौड़ रहा है।
अगर व्यक्ति को किसी और काम की चिंता ना हो तो वह एक दूसरे से बिल्कुल अलग ना हो।
वह यही जानता है कि वह जिससे प्यार करता है। वो दुनिया का सबसे अच्छी और सुंदर लड़की है।
माँ जब उसे देख कर कहे।
क्या तुम्हें पता है?
यह किस बीमारी की मरीज है?
और बेटा कहे नहीं मां यह तो 6 महीने पुरानी बात है। अब वह ठीक है।
1.शादी से पहले का सबसे पहला सपना हम एक दूसरे को बहुत खुश रखेंगे।
2.दूसरे पति पत्नी की तरह झगड़ा नहीं करेंगे क्योंकि हम एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं।
3.हम में जो भी मतभेद होंगे। हम खुलकर उस पर विचार करके, उन्हें सुलझा लेंगे।
4.हम में से एक हमेशा झुकने को तैयार रहेगा।
5.जब हम प्रेम में होते हैं। तो किसी और बात की गुंजाइश ही नहीं होती।
6.हमारे बीच कोई नहीं आ सकता।
7. हमारे बीच प्रेम,रोमांच ,आकर्षण ,हमेशा रहेगा।
8.हमारा प्रेम पूरी दुनिया से अलग प्यारा होगा।
9.बहुत सारे विवाहित जोड़ों का प्यार कम हो जाता है। हमारे साथ ऐसा नहीं होगा।
10. यह तो हमारे प्रेम की पराकाष्ठा थी। जिसमें हम उड़ रहे थे।
11.पर कभी तो इंसान को बादलों से उतर के धरती पर आना होता है।
विवाह की हकीकत वाली दुनिया
1.अब पर्दा हटने लगा।प्यार की दीवानगी की हद का।
2.चेहरे के मस्से दिखने लगे।
3.बालों का स्टाइल नापसंद हो गया।
4.तुम्हारीआदतों से चिड़ होने लगी।हरकतें परेशान करने लगी।
5.सामने वाला गुस्सा दिला कर, कड़वी बातें बोलकर, हमारे दिल को ठेस पहुंचा सकता है।
6.प्रेम के वक्त जो बातें हम बेध्यानी में नजरअंदाज कर देते थे।वह अब शूल बन कर चुभने लगती हैं।

हकीकत वाली दुनिया
विवाह की हकीकत वाली दुनिया
1.सिंक में बालों का गुच्छा भरा हुआ।
2.अमेरिका जैसे देश में इस बात पर भी झगड़ लेते हैं की टॉयलेट में टिशू पेपर गलत कैसे लगाया।
3. जूतों का बिखरा होना। जूते कभी भी अलमारी में स्वयं नहीं जाते। उन्हें उसी समय रखना होता है।
4.दराज एवं अलमारी का हर वक्त खुला छोड़ देना।
5.कोट हैंगर में ना होकर, खूंटी पर टंगा रहना।
6.कभी-कभी तिरछी नजर से देखना भी मुसीबत बन जाता है।
इनकी दीवानगी के अनुभव का क्या हुआ?
यह सिर्फ छलावा था। जिसने शादी के चक्रव्यूह में बनवा दिया बंधवा दिया।
1.जिस जीवन साथी से आप बेइंतहा प्यार करते थे। अब उसे पूरा वक्त कोसते रहते हैं।
2.जिस शादी के लिए आप उतावले थे। मां की नहीं सुनी, किसी की नहीं सुनी।अब सोचते हो धोखा हो गया।
3. जिसके प्यार में पागल थे। उससे कामकाज व्यवसाय सब पर फर्क पड़ गया।
4.तब सोचते थे सारी समस्याओं से लड़ सकते हैं। हर मुश्किल में जीत सकते हैं।
5. तुम्हें दुख देने के बारे में तो कल्पना भी नहीं कर सकता।
आगे का भाग पढ़ने के लिए इंतजार करिए।बहुत छोटी छोटी बात होती है।जो इस संबंध में परेशानियां पैदा करती है
हमारा जीवन साथी जैसा है। उसे खुशी-खुशी वैसा ही स्वीकार किया जाए। स्वीकृत हो जाएगा।तो प्यार भी हो ही जाएगा।
अगर हम उसे उसी रूप में स्वीकार करते हैं। तो हम उसकी अच्छाइयों के साथ कमियों को भी स्वीकार कर लेंगे।
भगवान ने आज तक ऐसा कोई इंसान नहीं बनाया। जो पूरी तरह परफेक्ट हो। जिसमें कोई कमी ना हो।
कुछ लोगों से जब हम बात करते हैं। तो वह कहते हैं। कार बंगला और सारी सुख सुविधाओं का क्या फायदा ?
यदि आपका जीवन साथी आपको प्रेम ही नहीं करता हो।
क्या कभी आपने सोचा वह क्या कह रहा है? क्यों कह रहा है ?
क्योंकि उसके लिए सभी चीजें बेमानी है?
यदि उसकी पत्नी उसे प्रेम नहीं करती तो कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है।
परंतु दूसरी तरफ बहुत सी पत्नी है।जो यह सोचती हैं कि पूरा दिन तो पति को खबर भी नहीं होती। वह इग्नोर करता रहता है।हाल भी नहीं पूछता।
और रात को ऐसे प्यार दर्शाता है। जैसे वह उससे कितना प्यार करता हो?
कितना ख्याल रखता हो?
वह कहती है मुझे उसके इस व्यवहार से नफरत है।वैसे वह ऐसी पत्नी नहीं जो सेक्स से नफरत करती है।
परंतु उसे सेक्स के साथ एक भावनात्मक रिश्ता भी चाहिए। प्यार और सहानुभूति भी चाहिए। एक दोस्ताना व्यवहार भी चाहिए।
जब प्रेम सबके लिए जरूरी है।
तो इतना पेचीदा क्यों है ?
बहुत सी पति-पत्नी इस दर्द से कराहते हैं।
शादी के बाद हमेशा सुख से रहने के सपने उनकी हकीकत की दीवार से टकरा टकराकर चकनाचूर हो गए।
जिन लोगों का शादी का रास्ता प्रेम करने की दीवानगी से गुजरता है। जो उन्हें पसंद है। तो उनको लगता है दिल की घंटी बजी थी।
हम कोशिश करते हैं कि उस व्यक्ति को समझे,जानें, और महसूस करें ।
जब उसके साथ डिनर पर जाए तो यह मायने नहीं रखता क्या खाना ऑर्डर किया।
ज्यादा ध्यान तो उसे जानने और समझने में रहता है।
कई बार पहली मुलाकात में नशा उतर जाता है।
यदि उसके प्रेम में पड़ गए।तो सोते ,जागते,और उठते बैठते पहला विचार प्रेमी या प्रेमिका का ही होता है। मिलने की बेकरारी बढ़ जाती है।
उसके साथ समय व्यतीत करना ऐसा लगता है। मानो स्वर्ग के किसी कोने में विहार कर रहे हों।
ऐसा लगता है हमारी धड़कन एक साथ बढ़ रही है। खून तेजी से दौड़ रहा है।
अगर व्यक्ति को किसी और काम की चिंता ना हो तो वह एक दूसरे से बिल्कुल अलग ना हो।
वह यही जानता है कि वह जिससे प्यार करता है। वो दुनिया का सबसे अच्छी और सुंदर लड़की है।
माँ जब उसे देख कर कहे।
क्या तुम्हें पता है?
यह किस बीमारी की मरीज है?
और बेटा कहे नहीं मां यह तो 6 महीने पुरानी बात है। अब वह ठीक है।
1.शादी से पहले का सबसे पहला सपना हम एक दूसरे को बहुत खुश रखेंगे।
2.दूसरे पति पत्नी की तरह झगड़ा नहीं करेंगे क्योंकि हम एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं।
3.हम में जो भी मतभेद होंगे। हम खुलकर उस पर विचार करके, उन्हें सुलझा लेंगे।
4.हम में से एक हमेशा झुकने को तैयार रहेगा।
5.जब हम प्रेम में होते हैं। तो किसी और बात की गुंजाइश ही नहीं होती।
6.हमारे बीच कोई नहीं आ सकता।
7. हमारे बीच प्रेम,रोमांच ,आकर्षण ,हमेशा रहेगा।
8.हमारा प्रेम पूरी दुनिया से अलग प्यारा होगा।
9.बहुत सारे विवाहित जोड़ों का प्यार कम हो जाता है। हमारे साथ ऐसा नहीं होगा।
10. यह तो हमारे प्रेम की पराकाष्ठा थी। जिसमें हम उड़ रहे थे।
11.पर कभी तो इंसान को बादलों से उतर के धरती पर आना होता है।
विवाह की हकीकत वाली दुनिया
1.अब पर्दा हटने लगा।प्यार की दीवानगी की हद का।
2.चेहरे के मस्से दिखने लगे।
3.बालों का स्टाइल नापसंद हो गया।
4.तुम्हारीआदतों से चिड़ होने लगी।हरकतें परेशान करने लगी।
5.सामने वाला गुस्सा दिला कर, कड़वी बातें बोलकर, हमारे दिल को ठेस पहुंचा सकता है।
6.प्रेम के वक्त जो बातें हम बेध्यानी में नजरअंदाज कर देते थे।वह अब शूल बन कर चुभने लगती हैं।
हकीकत वाली दुनिया
विवाह की हकीकत वाली दुनिया
1.सिंक में बालों का गुच्छा भरा हुआ।
2.अमेरिका जैसे देश में इस बात पर भी झगड़ लेते हैं की टॉयलेट में टिशू पेपर गलत कैसे लगाया।
3. जूतों का बिखरा होना। जूते कभी भी अलमारी में स्वयं नहीं जाते। उन्हें उसी समय रखना होता है।
4.दराज एवं अलमारी का हर वक्त खुला छोड़ देना।
5.कोट हैंगर में ना होकर, खूंटी पर टंगा रहना।
6.कभी-कभी तिरछी नजर से देखना भी मुसीबत बन जाता है।
इनकी दीवानगी के अनुभव का क्या हुआ?
यह सिर्फ छलावा था। जिसने शादी के चक्रव्यूह में बनवा दिया बंधवा दिया।
1.जिस जीवन साथी से आप बेइंतहा प्यार करते थे। अब उसे पूरा वक्त कोसते रहते हैं।
2.जिस शादी के लिए आप उतावले थे। मां की नहीं सुनी, किसी की नहीं सुनी।अब सोचते हो धोखा हो गया।
3. जिसके प्यार में पागल थे। उससे कामकाज व्यवसाय सब पर फर्क पड़ गया।
4.तब सोचते थे सारी समस्याओं से लड़ सकते हैं। हर मुश्किल में जीत सकते हैं।
5. तुम्हें दुख देने के बारे में तो कल्पना भी नहीं कर सकता।
आगे का भाग पढ़ने के लिए इंतजार करिए।बहुत छोटी छोटी बात होती है।जो इस संबंध में परेशानियां पैदा करती है।इसके बारे मैं और अधिक जानने के लिए प्रेम की पाँच भाषाएं by गैरी चेपमैन को पढ़ सकते हैं