
चुनिंदा होने की जरूरत इस वजह से और शायद पहले से कहीं ज्यादा हर पल अपना सबसे महत्वपूर्ण काम चुनने शुरू करने।
और अच्छी तरह पूरा करने की काबिलियत आपकी सफलता पर जितना असर डालेगी ।उतना कुछ और नहीं।
नंबर वन अगर हम सुबह सबसे पहले एक जिंदा मेंढक निगल ले तो हमारे साथ पूरे दिन इससे बुरी चीज नहीं हो सकती।
मेंढक यानी सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण कार्य जिस काम को टालमटोल करने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
इस काम से हमारे जीवन में इस पल के सबसे सकारात्मक असर पड़ सकता है।
अगर दो बड़े काम है तो पहले ज्यादा मुश्किल में ज्यादा महत्व कार्य को पहले करें ।सबसे महत्वपूर्ण निर्णय की कौन सा काम पहले करेंगे और कौन सा बाद में ।
नंबर दो जिस महत्वपूर्ण कार्य को पहले करना है उसके बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं।
उसे ज्यादा देर तक देखने की बजाय और उत्पादकता के उच्च स्तर पर पहुंचने का मार्ग सुबह-सुबह सबसे बड़े काम से जुड़ने की आदत।
कोई दूसरा काम करने से पहले मेंढक वाला नियम लागू करें और ज्यादा सोच विचार में अपना कीमती वक्त बर्बाद ना करें ।
असल में असफलता का रिजल्ट काम नहीं होने से अपेक्षित परिणामों का ना मिलना। नंबर वन
1 प्राथमिकता तय करना।
2 टालमटोल करना।
3 अपने काम में जुट जाना।
मैं पूर्ण रूप से काम शुरू करना और पूरा करने की आदत से सफलता तत्काल मिलती है। महत्वपूर्ण कार्य के पूरा होने पर प्रफुलता का एहसास सफलता दिलाता है।
अभ्यास किसी भी योग्यता में माहिर होने की कुंजी है ।एकाग्रता और फोकस करने की आदत को डालने के लिए निर्णय अनुशासन और संकल्प की जरूरत है।
1 काम को पूरा करने की आदत ।
2 जो सीख रहे हैं उसको बार-बार अभ्यास। जब तक वह अनुशासित होकर स्वचालित ना हो जाए। 3 जो काम करें उसमें संकल्प का पुट डालिए।
हर व्यक्ति को अपनी कल्पना उस रूप में करनी चाहिए ।जैसा वह बनना चाहता है।
जीतने के लिए हमारा निश्चित उद्देश्य है कि हम क्या चाहते हैं ?
और उसे हासिल करने की तीव्र इच्छा जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए नई टेक्नोलॉजी के साथ चलना।
उस पर समय को हावी नहीं होने दीजिए। जिंदगी में हमें जो मिलता है ।अपने अवचेतन विश्वास के आधार पर मिलता है।
खुद को बदलने की शक्ति सब में होती है। सकारात्मक नजरिया बेहतर कल का पासपोर्ट है। अपेक्षा से ज्यादा बेहतर सेवा देना है।
व्यापार को बढ़ाने का आसान तरीका जिस वक्त आप बेहतर बनने की कोशिश छोड़ देते हैं आपका बदतर बनना तय हो जाता है ।
कामों को बांटना
काम करने का सबसे बेहतर तरीका है अपना नजरिया बदल कर हम अपनी जिंदगी बदल सकते हैं ।
आप वैसे नहीं है जैसा आप खुद को मानते हैं। आप तो वैसे हैं, जैसे आपके विचार हैं।
हमें अपनी बोझिल जिंदगी को बदलने की जरूरत है ।जिंदगी में कष्ट और दुख से ज्यादा भी कुछ होना चाहिए ।
सफलता मन से शुरू होती है ।नजरिया और विश्वास में आपकी तकदीर बनाने बिगाड़ने की शक्ति है ।
सफलता सोचने पर निर्भर करती है ।अगर हम सफलता पाना चाहते हैं तो हमें यह विश्वास होना चाहिए कि हम सफल हैं ।
खुद को साफ सुथरा और चमचमाते रखें क्योंकि आखिर हम ही वह खिड़की हैं जिससे हम संसार देखेंगे।
नजरिया एक रहस्यमय शक्ति है ।जो अच्छे परिणाम के लिए हर दिन 24 घंटे काम करती है।
परंतु हमारा नजरिया ही संसार को देखने की खिड़की है। हम परिस्थितियों को हमेशा नियंत्रित नहीं कर सकते ।लेकिन हम अपने विचारों को हमेशा नियंत्रित कर सकते हैं।
हमारी खिड़कियां माता-पिता एवं टीचर्स की आलोचना से गंदी हो जाती हैं ।हमारी खिड़कियां ऐसी अस्वीकृति निराशा से एवं आशंका से धुंधली हो जाती है ।
हम अपनी गंदी खिड़की के साथ ही जीते हैं। क्योंकि हमने अपने नजरिए की खिड़की को साफ नहीं किया ।
कोई भी चीज अच्छी है बुरी नहीं होती सिर्फ हमारी सोच ही उसे अच्छा या बुरा बनाती है। बुरी से बुरी परिस्थितियों में हमारे पास नजरिया चुनने की शक्ति होती है ।
कोई भी खुश व्यक्ति खास परिस्थिति वाला नहीं बल्कि खास नजरिया वाला होता है ।सिर्फ केवल मात्र हम ही अपने नजरिए को नियंत्रित कर सकते हैं ।
हम वही बन जाते हैं जिसके बारे में हम सोचते हैं। प्रबल विचार से ही हम अपनी इच्छा शक्ति पूरी कर सकते हैं।
थोड़ी कोशिश से इच्छा पूरी नहीं कर सकते। जो लोग हमेशा पैसों की कमी का रोना रोते रहते हैं। उनके पास कभी ज्यादा पैसे नहीं रह सकते।
आपका दिन उसी दिशा में जाता है जिधर आपका मुंह ले जाता है।
मुस्कान चेहरे को सुंदर बनाने का सबसे सस्ता उपाय है।
हमें जिंदगी में वही मिलता है जिसकी हम अपेक्षा रखते हैं ।अगर हम यह कहते हैं कि मैं अच्छा हूं एवं मेरे साथ सब कुछ अच्छा ही अच्छा हो रहा है।
तो ईश्वर मेरी बात को सत्य कर सब अच्छा करने के लिए तथास्तु कहेगा।
बादलों से भरा दिन खुशनुमा सूरज की चमक से हार जाता है।
बच्चों की तरह ही मुश्किल भी पालने से बड़ी होती है ।
आत्म करुणा खुशी में छेद करने वाला तेजाब है। हमें उन चीजों को लेकर विचलित हो जाए जिन पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है ।
और जिससे हमारी जिंदगी पर कोई खास असर नहीं होता ।जिंदगी में इतनी सारी मुश्किल चुनौतियां हैं ,कि हमें इन छोटी-छोटी चीजों से विचलित होने की कोई जरूरत नहीं है ।
जब आपके सामने सच में चिंता करने लायक समस्या आएगी, तब ना जाने क्या होगा?
कभी भी हार ना माने आप और एक राउंड लड़कर ही विजेता बनते हैं ।जबकि जब मुश्किल हो जाए तो एक और राउंड लड़े साधारण योग्यता और असाधारण लगन से हर चीज हासिल की जा सकती है ।
लगन शील व्यक्तियों के पुरस्कार उस कष्ट से ज्यादा बड़े होते हैं ।जो विजय से पहले जरूर आता है ।
समस्या हर व्यक्ति अपने साथ समान या ज्यादा बड़े लाभ का बीज लेकर आती है।
समस्या दरअसल समस्या नहीं बल्कि एक अवसर है। समस्या से हमें संकेत मिल सकता है कि आपको परिस्थिति बेहतर बनाने के लिए कौन सी चीजों में बदलाव लाना होगा ।
अगर आपके सामने वह समस्या नहीं आती तो आप यह सकारात्मक काम कभी नहीं कर पाते।
सफलता की राह विपत्तियों के बीच से होकर गुजरती है ।चोट पहुंचाने वाली चीजें सिखाती हैं।
एटीट्यूड इज एवरीथिंग महानता की ऊंचाई तक ले जाने वाली राह कांटों से भरी होती है। जब एक दरवाजा बंद होता है। तो हमेशा कोई बेहतर दरवाजा खुलने का इंतजार होता है।
समस्या और मुश्किलों से फायदा उठाया जाता है। सकारात्मक नजरिए का महत्व समझने के लिए दुख और मुसीबत नहीं झेलनी पड़ती।
विपत्ति हर व्यक्ति के अपने भीतर सामान या ज्यादा लाभ लेकर आती है ।विपत्ति हमारी छुपी हुई क्षमता को उजागर करती है।
विपत्ति हमारे दृष्टिकोण को सही बनाती है। विपत्ति हमें कृतज्ञ होना सिखाती है।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को सामने लाती है। विपत्ति हमें बदलाव लाने और काम करने को प्रोत्साहित करती हैं ।
विपत्ति आप को मूल्यवान सबक सिखाती है। विपत्ति आपके लिए नया दरवाजा खोलती है। मतलब नया अवसर विपत्ति आत्म सम्मान व आत्मविश्वास बनाती है ।
आपकी समस्या आप को तबाह करने के लिए नहीं बल्कि आप को फायदा पहुंचाने के लिए है।
अगर आप सोचते हैं कि आप कर सकते हैं। या नहीं कर सकते ।दोनों ही मामले में आप सही हैं।
किसी भी चीज को अक्सर जिसे आप सोचते रहेंगे तो वह धीरे-धीरे आपकी जिंदगी में आ जाएगी ।
समस्याओं की वजह से अपने नजरिए की खिड़की धुंधली ना होने दें। उठकर उस धुंधली खिड़की को साफ करें।
आप जिन शब्दों का लगातार चुनाव करते हैं ,यही आपकी किस्मत बनाते और बिगड़ते हैं।
प्रक्रिया, विचार, शब्द, विश्वास ,काम और परिणाम हमें जो मिलता है हमें विश्वास के अनुरूप मिलता है।
आपका दिन उसी दिशा में जाता है जिधर आपका मूल्य जाता है ।
आप कैसे हैं ?
इसकी 3 प्रतिक्रिया है।1 . नकारात्मक और
2 .औसत और 3.सकारात्मक
1 .नकारात्मक थका हुआ हूं ।और सब ठीक हूं।
2 .सकारात्मक जबरदस्त बेहतरीन हूं।
हर व्यक्ति कमरे को रोशन करता है। कुछ कमरे में अंदर आते समय ,कुछ कमरे से बाहर जाते समय।
आप ऐसे व्यक्ति बनना चाहते हो कि कमरा आपके अंदर आते ही रोशन हो जाए। चक्र तोड़ना हमारे हाथ में है ।
चाहे जिंदगी ने परिस्थितियों ने विश्वास दिला दिया हो कि हमारी हालत बहुत खराब है।
नई आदत अगर नकारात्मक शब्दों के परिणाम इतने नकारात्मक होते हैं तो हम उन्हें बदलते क्यों नहीं हैं ?
अगर हम सोचते हैं कि हम अच्छे हैं तो हमारे साथ सब अच्छा होगा। ईश्वर सुनेगा और सब अच्छा करेगा ।
आत्म करुणा खुशी में छेद करने वाला तेजाब है। अपना दुखड़ा सुनाने से जिंदगी में आपको यही ज्यादा मिलेगा ।
आप उन चीजों को लेकर विचलित हो जाए जिन पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है। और जिनका आपकी जिंदगी पर खास असर नहीं है ।
जिंदगी में इतनी सारी मुख्य चुनौतियां हैं कि हमें इन छोटी-छोटी चीजों से विचलित होने की कोई जरूरत नहीं है ।
जब हमारे सामने सचमुच चिंता करने लायक समस्या आएगी तब क्या होगा ?