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एक शाम दोस्तों के नाम

दोस्तों को याद कर हम,

फिर से जिंदा दिल हो जाए।

सारी परेशानियों को परे धकेल,

फिर से मुस्कुरा जाए।

वह दोस्ती ही थे, जो लड़ते भी थे,

प्यार बहुत करते थे।

पर तकलीफ में खड़े होकर,

हर गम कम करते थे।

आज जब हम खुल कर, जीना,

मुस्कुराना भूल गए।

आज ही फोन मिला, उनको,

जो वक्त के साथ बिछड़ गए।

क्यों उदास बैठे हो तुम,

क्या दोस्त नहीं जिंदगी में?

शायद वह भी याद कर रहे हो,

जो कभी सब कुछ थे जिंदगी में।

वह भी सोच रहे होंगे तुम को देख,

अपनी बंद आंखों में।

यह सपना नहीं हकीकत हो,

तुम देख रहे उसकी आंखों में।

तो फोन उठाओ या कार ड्राइव करो,

मिलने का जतन तो करो।

पुरानी भूली बिसरी यादों को,

ताजा कर उससे मिलने का यत्न तो करो।

लगता है सिर्फ सोच भर लेने से,

चेहरे पर ताजगी आई।

चिंताएं भाग गई कोसों दूर,

मिलने की घड़ी नजदीक आई।

जब मिलना तो जोश से मिलना,

लगे खुशियां लाए हो।

पुराने वक्त को याद दिलाने वाले,

सपने भी साथ लाए हो।

ठहाके लगाना जोर-जोर से,

सब दोस्त मिल रहे हैं।

बीते लम्हों को याद करके,

उनके चेहरे खिल रहे हैं।

छोड़ो उदासी, सभी परेशानी,

चिंताओं को दफा कर दो।

पुराने सभी दोस्तों को बुला कर,

जल्दी सरप्राइज कर दो।

यकीन मानो यह मुलाकात,

दवा बन जाएगी।

जो उदास या चिंतातुर थे,

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