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अल्सर

अल्सर का मतलब जख्म होता है।


और अल्सर यह सिर्फ ऐसे ही नहीं होता।


बहुत ज्यादा चिंता करने, तनाव में रहने, और डर भी इसका प्रमुख कारण होता है।यह तीनों भी अल्सर के प्रमुख कारणों में ही माने जाते हैं।


परंतु डॉक्टर जोसेफ इंटर का मानना है कि जो जख्म चिंता, मानसिक तनाव से होते हैं। वह चिंता,मानसिक तनाव दूर होने से ठीक भी हो जाते हैं।


अल्सर जब हमारे शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है।तो वह पेट में जख्म बना देते हैं। जिन्हें हम अल्सर कहते हैं।


यह मैं अपने अनुभव के द्वारा ही आपको बता रही हूं।मेरे पति को कभी कभी एसिडिटी हो जाती थी। और उन्हें डकारे भी आती थी। परंतु जब भी हम साल या 6 महीने में बॉडी चेकअप कराते थे।तो सब नॉर्मल आता था।


परंतु एक बार जब उन्होंने बहुत सारे खट्टे जूस पिए अपने साइनस के इलाज के दौरान तब उन्हें उल्टियां होने लगी।और बहुत तेज एसिडिटी हो गई।


फिर उनको हॉस्पिटल लेकर गए।वहां जब उन्होंने चेकअप किया और बाद में जब एंडोस्कोपी करवाई तो पता चला उल्टी होने की वजह से गले से फूड पाइप से पेट तक जगह-जगह अल्सर हो गया।


हम 9 दिन हॉस्पिटल में रहे।अब उन्हें आराम है। पर खाने में उन्हें मिर्च, मसाले, खट्टा, तला, भुना हुआ सब बंद है।


उनका जो डाइट प्लान मैं आप लोगों के साथ शेयर कर रही हूं।


सुबह 6:30 बजे -एक गिलास पानी, नारियल का पानी, सफेद पेठे का जूस, घीया का जूस या 8-10 भीगे बदाम का जूस।


8:30 बजे- फल खरबूजा, पपीता,तरबूज, चीकू, सेव, अनार, केला या एक गिलास चावल का पानी भी दे सकते हैं।



1 .केले का शेक ले सकते हैं।

2.सौ ग्राम गाजर, 50 ग्राम पालक, 50 ग्राम बंद गोभी का रस पीने से भी फायदा होता है।


11:00 बजे -खरबूजे का जूस, तरबूज का जूस, अनार का जूस, नारियल पानी, नारियल पानी में थोड़ा पानी वाला नारियल डालकर मिक्सर में उसका दूध बनाया जा सकता है। यह बहुत फायदेमंद है। ताजा दही की छाछ, गाजर का जूस।


1:30 बजे -पालक की खिचड़ी, चपाती ,उबली हुई सब्जी एवं हरी सब्जी, दाल पालक।


4:00 बजे- कच्चा पनीर 5-7 टुकड़े, वेजिटेबल सूप टमाटर के बिना।


6:30 बजे -चपाती, घीया की सब्जी एक कटोरी।


8:00 बजे -फल केला, पपीता, तरबूज, सेब, अनार, चीकू, सब्जी गाजर, घीया, तोरई एक कटोरी।


9:00 बजे- ठंडा दूध एक गिलास या जीरे का पानी, पूरे दिन में तीन या चार बार नारियल पानी बहुत फायदेमंद है।


और भी खाने वाले पदार्थ


3 .खाली पेट चुकंदर का रस, शहद के साथ लेने से फायदा होगा।

4.फूल गोभी का जूस एवं कच्ची फूलगोभी खाएं।

5.दही की छाछ, दही ताजा एवं मीठा होना चाहिए खट्टा दही नहीं खा सकते।

6 .इडली भी खा सकते हैं। नारियल की चटनी के साथ एवं सांभर घर की बनी बिना इमली और टमाटर के।

7. हरी सब्जी, फाइबर वाले फल, साबुत अनाज।


8 .शिमला मिर्च, गाजर, ब्रोकली ,पालक, हरी पत्ती वाली सब्जी, चुकंदर ,बींस, और तुरई।


9. पीने वाले पदार्थ - नारियल पानी, हर्बल टी, हल्दी वाला दूध,ग्रीन टी, ग्लूकोज का पानी, छाछ ।


इन सब चीजों में जो आपके पास हो आप उनका उपयोग कर सकते हैं। यह सभी अल्सर में फायदेमंद है।


नहीं खाने वाले पदार्थ -


फ्राइड यानी तला हुआ खाना, नींबू ,तीखी मिर्च, काली मिर्च, लाल मिर्च, चॉकलेट, कॉफी, चाय, काली चाय ,कोल्ड्रिंक्स, सरसों के बीज, अल्कोहल ,कैफीन युक्त सोडा, वसा युक्त भोजन।


यह सब खाना-पीना वर्जित है।


कुछ अन्य कारण अल्सर होने के- गैस्ट्राइटिस, सीने में जलन, पेप्टिक अल्सर का कारण,


1.खोने का डर, नया कुछ करने का डर,


2.सीने में जलन और अल्सर इसका प्रमुख कारण- डर ,डर, और जकड़न भरा डर है। बेहतर ना होने का डर, अपनी काबिलियत का डर ,एक दिन दूसरे को हमारे बारे में पता चल जाने का डर, अपने आत्म सम्मान का डर, हमेशा दूसरों को खुश करने का डर, और भी बहुत सारे हैं।


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