
जिंदगी जीना है।
तो जिंदगी फोल्ड करिए।
जैसे कागज को फोल्ड,
करके आधा करिए।
अब लग रहा है उम्र,
60 से 30 हो गई।
लग रहा है उम्र में,
जोश और हिम्मत आ गई।
अब फिर से कागज,
की तरह फोल्ड करिये।
जिंदगी को फिर,
एक बार फोल्ड करिए।
अब लग रहा है,
उम्र 30 से 15 हो गई।
लग रहा है जिंदगी,
स्वप्न की तरह हो गई।
जिंदगी में कितने सपने,
कितने रंग तैर रहे हैं।
जिंदगी में आसमान में,
उड़ने के पर खुल रहे है।
अब फिर से कागज,
की तरह फोल्ड करिए।
जिंदगी को फिर से,
एक बार फोल्ड करिए।
अब लग रहा है,
उम्र 15 से 7 हो गई।
लग रहा है उर्जा,
हर अंग में दौड़ रही है।
सब कुछ देखने, जीने,
करने को कह रही है।
सिर्फ 3 फोल्ड और,
आप नए रूप में।
क्या इतना सा नहीं,
कर सकते जिंदगी में।
सोच रहे हो ना कि,
अब क्या करना है।
इतना मत सोचो श्रीमान,
कि अब क्या करना है।
उठाओ कागज,बनाकर,
रॉकेट उड़ा देना है।
जिंदगी की सारी,
मुश्किलों को उड़ा देना है।
बच्चों की तरह खेलना,
हंसना,मुस्कुराना है।
जिंदगी को ऐसे ही,
खुशहाल बनाना है।
जिंदगी को जीना है,
तो जिंदगी फोल्ड कर दीजिए।